ना घर ना गाड़ी, मंत्री को हरा बना विधायक, सपा के इस MLA की हो रही है चर्चा ।।


चित्रकूट की विधानसभा सीट से अनिल प्रधान इस बार विधायक बने. अनिल प्रधान इस बार उत्तर प्रदेश के सबसे गरीब विधायक के तौर पर हैं. इस विधायक के पास न अपना घर है न ही अपनी कोई जमीन. लेकिन इस प्रत्याशी ने भाजपा की योगी सरकार में लोक निर्माण विभाग में राज्य मंत्री रहे चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय को 20876 वोटों से मात भी दे दी

अमूमन यह देखा जाता है कि राजनीति के गलियारे में वही व्यक्ति सफल होता है जिसके पास या तो विरासत में राजनीति मिली हो या धनबल या फिर बाहुबल की ताकत हो, लेकिन चित्रकूट के एक विधायक की कहानी इसके उलट है. उत्तर प्रदेश के चित्रकूट के विधायक की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. चित्रकूट की विधानसभा सीट से अनिल प्रधान इस बार विधायक बने ।।
 अनिल प्रधान इस बार उत्तर प्रदेश के सबसे गरीब विधायक के तौर पर हैं. इस विधायक के पास न अपना घर है न ही अपनी कोई जमीन. लेकिन इस प्रत्याशी ने भाजपा की योगी सरकार में लोक निर्माण विभाग में राज्य मंत्री रहे चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय को 20876 वोटों से मात भी दे दी.आपको बता दें कि अनिल प्रधान किसी प्रकार की महंगी गाड़ी पर नहीं चलते ना ही ये मंहगे कपड़े पहनते, हरे रंग का कुर्ता सफ़ेद पायजामा ही इनकी पोशाक है । 
अनिल प्रधान के पास महज 30,496 रूपये हैं. अनिल सबसे गरीब प्रत्याशी इस चुनाव है. पैरों में हवाई चप्पल और गले में हरा या लाल गमछा के साथ अनिलआपको क्षेत्र के किसी हिस्से में लोगो को सेवा में आसानी से दिख जायेंगे , लोक निर्माण विभाग के राज्य मंत्री चन्द्रिका प्रसाद को हराने वाले इस विधायक की चर्चा इन दिनों पूरे प्रदेश में है।
 अनिल प्रधान चित्रकूट में मानिकपुर तहसील के नया पुरवा गांव के रुकमा बुजुर्ग मजरे के निवासी है. अनिल प्रधान स्नातक हैं जिसकी पढाई इन्होने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से की है. आमतौर पर स्नातक करने के लोग नौकरी ढूंढते लेकिन इन्होने अपना करियर समाज सेवा के तौर शुरू किया दूसरों के लिए हमेशा मदद के लिए आगे रहे, कई बार लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ न मिलने पर इन्होने भूख हड़ताल भी है।

2013 में सपा प्रमुख अखिलेश यादव लैपटॉप वितरण कार्यक्रम के लिए चित्रकूट पहुंचे थे जहाँ पर अनिल प्रधान ने जमकर बवाल काटा था ।

अनिल ने लोगो को सरकरी योजनाओं का लाभ न मिलने के कारण अखिलेश के उस कार्यक्रम हंगामा किया था. इसी के बाद अखिलेश यादव ने अनिल को पहचाना था और इसके बाद अखिलेश यादव से अनिल कई बार लखनऊ आकर मिले. इस बार सपा ने इनको चित्रकूट विधान सभा सीट से मैदान में उतारा और अनिल ने भाजपा की योगी सरकार में पीडब्ल्यूडी विभाग के राजयमंत्री चन्द्रिका प्रसाद उपाध्याय को बड़े अंतर से हराया. राजनीति में कर्म और समाज सेवा से अधिक किसी भी अन्य चीज़ की आवश्यकता नहीं है. ये बात अनिल प्रधान ने सिद्ध कर दी. उत्तर प्रदेश के सबसे गरीब विधायक हैं ,‌‌ चिटकूट के इस विधायक की चर्चा पूरे देश में हो रही है ।।

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